हे मॉ ! तू महान है।
तेरी बराबरी कोई नहीं कर सकता,
नौ महीने तूने पेट में रखा,
मल मूत्र साफ कर मेतरानी काम किया,
कपड़े धोये, धोबी का काम किया।।
हे मॉ! तू महान है………
कचरा साफ कर नौकर का काम किया,
मेरी बीमारी में रात भर जाग नर्स का काम किया।।
हे मॉ! तू महान है………
पढ़ना लिखना सिखा, गुरु का काम किया,
हाथ पकड़कर चलना सिखाया।
जब जब खेली मेरे साथ, मित्र का काम किया।।
हे मॉ! तू महान है………
भूखी रह कर मुझे खिलाया, मॉ का रोल निभाया,
खर्च हेतु पैसे दे लक्ष्मी का काम किया।
विद्या दे सरस्वती का काम किया।।
हे! तू महान है………
मेरे झूठे बर्तन धोकर, नौकर का काम किया,
मुझे पीठ पर बिठाकर, घोड़े का काम किया।
मुझे अपना दूध पिला, गोमाता का काम किया।।
हे मॉ! तू महान है………
मेरे बाल संवार कर , नाई काम किया,
मुझे खर्च के लिए पैसे दे, दाता का काम किया।
मुझे बीमारी में दवाई दे, डॉक्टर काम किया।।
हे मॉ! तू महान है………
मेरे खिलोने जोड, मिस्त्री का काम किया,
मेरे लिए मजदूरी भी की,
इतना तो ईश्वर भी न करें।
हे मॉ ! तू महान है………
सारी माताओं का रूप है तू।
दुर्गा, काली , अम्बे, लक्ष्मी , सरस्वती है तू।
बिना तेरी पूजा सब कुछ बेकार है।
हे मॉ! तू महान है………
तेरी बराबरी कोई नहीं कर सकता है।
ऊपर जिसका अंत नहीं उसे आसमां कहते हैं , जहाँ में जिसका अंत नहीं उसे माँ कहते हैं।
माँ की एक दुआ ज़िन्दगी बना देती है ,खुद रोएगी पर तुम्हें हसा देगी ,
कभी भूल कर भी माँ को ना रुलाना ,
एक छोटी सी बूँद पूरी धरती हिला देगी।
मैंने ” माँ ” के कंधे पर सर रख कर पूछा , “माँ ” कब तक मुझे अपने कन्धों पर सोने दोगी! माँ का जवाब था बेटा जब तक तू, मुझे अपने कंधे पर ना उठा ले तब तक
विशाल अहलावत।